हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं यह सवाल क्यों महत्वपूर्ण है
भारत में धार्मिक परंपराएं हजारों वर्षों से चली आ रही हैं और उनमें सबसे पुराना धर्म है सनातन या जिसे हम आज हिंदू धर्म के नाम से जानते हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता इसकी विविधता है जहां हर क्षेत्र हर समाज और हर व्यक्ति की अलग-अलग आस्था हो सकती है लेकिन सभी एक मूल सत्य को ही मानते हैं। अक्सर लोगों के मन में यह प्रश्न आता है कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं क्योंकि यहां हम अलग-अलग रूपों में भगवान को पूजते हैं। यह सवाल सिर्फ संख्या का नहीं बल्कि संस्कृति विश्वास और दर्शन का है।
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वेदों के अनुसार हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
यदि आप मूल वेदों की ओर लौटें तो वहां एक विशेष संख्या का उल्लेख मिलता है जिसे 33 कोटि देवी-देवता कहा गया है। अब यह बात महत्वपूर्ण है कि कोटि शब्द को लोग अक्सर करोड़ समझ लेते हैं जबकि संस्कृत में इसका एक अर्थ प्रकार या श्रेणी भी होता है। वेदों में जिन 33 प्रकार के देवी-देवताओं का वर्णन मिलता है उनमें शामिल हैं आठ वसु ग्यारह रुद्र बारह आदित्य और दो अश्विनी कुमार। इन सभी देवताओं का संबंध प्रकृति और ब्रह्मांड की शक्तियों से है। इस दृष्टिकोण से अगर पूछा जाए कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं तो उत्तर है 33 प्रकार की दिव्य शक्तियां
पुराणों की दृष्टि से हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
वेदों के बाद जब पुराणों की रचना हुई तब देवी-देवताओं की संख्या और स्वरूप में काफी विस्तार हुआ। पुराणों में शिव विष्णु ब्रह्मा लक्ष्मी पार्वती सरस्वती गणेश हनुमान राम कृष्ण और राधा जैसे अनेक देवी-देवताओं का विस्तार से वर्णन किया गया है। इनके साथ उनकी लीलाएं गुण शक्तियां और अवतार भी जोड़े गए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि पुराणों के अनुसार हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं इसका उत्तर है हजारों और इनमें हर एक देवता किसी विशेष कार्य भावना या तत्त्व का प्रतिनिधित्व करता है।
लोक परंपराओं से समझिए हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
भारत जैसे विशाल देश में हर क्षेत्र की अपनी परंपरा होती है और हर राज्य हर गांव का अपना कोई लोक देवता होता है। उदाहरण के लिए राजस्थान में गोगाजी तमिलनाडु में मुरुगन उत्तर प्रदेश और बिहार में ब्रह्म बाबा और बंगाल में शीतला माता जैसे लोक देवी-देवताओं की विशेष मान्यता है। इन लोक देवताओं की संख्या हजारों में है और समय के साथ ये और बढ़ती रही हैं। इस सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता को देखते हुए जब हम पूछते हैं कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं तो उत्तर सीमित नहीं बल्कि अनगिनत हो जाता है।
प्रतीकों और भावनाओं के आधार पर हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
हिंदू धर्म की एक बड़ी विशेषता यह भी है कि यहां हर भावना हर स्थिति और हर गुण को देवी या देवता का रूप दिया गया है। जैसे लक्ष्मी धन की देवी मानी जाती हैं सरस्वती ज्ञान की पार्वती शक्ति की दुर्गा रक्षा की काली विनाश की और गणेश आरंभ के देवता माने जाते हैं। हनुमान को भक्ति और शक्ति का प्रतीक माना जाता है वहीं शिव को योग ध्यान और तांडव का प्रतिनिधि माना गया है। जब हर जीवन भाव में एक देवता को देखा जाए तब यह कहना कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं स्वयं में एक व्यापक और गहरा उत्तर बन जाता है।
दार्शनिक दृष्टिकोण से हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
हिंदू दर्शन खासकर उपनिषदों और वेदांत में यह बताया गया है कि ईश्वर एक ही है जिसे विभिन्न नामों रूपों और गुणों के साथ समझा जाता है। उपनिषद में कहा गया है एकं सत् विप्राः बहुधा वदन्ति यानी सत्य एक है लेकिन ज्ञानी उसे अनेक नामों से पुकारते हैं। इसी आधार पर जब हम सोचते हैं कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं तो उत्तर मिलता है कि सारे देवी-देवता एक ही परम सत्ता के विविध रूप हैं। इन रूपों की संख्या अनंत हो सकती है लेकिन उनका स्रोत एक ही है।
आज के समय में हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
आधुनिक समय में भी करोड़ों लोग विभिन्न देवी-देवताओं की आराधना करते हैं। हर परिवार की कुलदेवी होती है हर व्यक्ति का इष्टदेव होता है हर गांव का ग्राम देवता होता है और हर त्योहार किसी न किसी देवी या देवता से जुड़ा होता है। चाहे वह शिव की महाशिवरात्रि हो या विष्णु का जन्माष्टमी या फिर दुर्गा की नवरात्रि हर अवसर पर हम किसी न किसी देवता की पूजा करते हैं। इसलिए आज भी यदि पूछा जाए कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं तो इसका उत्तर पहले से भी अधिक जटिल और विस्तृत हो चुका है।
तुलना करें तो हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं
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अन्य धर्मों की तुलना में हिंदू धर्म में ईश्वर के जितने रूप स्वीकार किए गए हैं उतने शायद ही किसी अन्य पंथ में हुए हों। ईसाई इस्लाम यहूदी धर्मों में ईश्वर का एक रूप ही प्रमुख होता है जबकि हिंदू धर्म में ईश्वर को नर नारी पशु पक्षी नदी पर्वत अग्नि वायु जल और यहां तक कि विचार और गुणों में भी देखा गया है। इस विस्तार को समझने के लिए जब हम कहते हैं कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं तो हमें हर उस तत्व को गिनना होगा जिसमें भक्त ने भगवान को देखा है और यह गिनती कभी समाप्त नहीं हो सकती।
निष्कर्ष – हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं इसका उत्तर क्या है
तो अंत में जब हम यह जानने की कोशिश करते हैं कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं तो हमें यह समझना चाहिए कि यह सवाल केवल गिनती का नहीं बल्कि आस्था का है। वेदों में 33 कोटि देवी-देवता माने गए हैं पुराणों में हजारों लोक परंपराओं में अनगिनत और दर्शन के अनुसार सब एक ही ब्रह्म के रूप हैं। इसलिए यह प्रश्न कभी भी एक संख्या में बांधा नहीं जा सकता। यह धर्म हमें सिखाता है कि ईश्वर हर जगह हर रूप में हर भाव में विद्यमान है और हर जीव उसी का अंश है। यही उत्तर है उस प्रश्न का जो पूछता है कि हिंदू धर्म में कितने देवी-देवता हैं।
